सम्राट मिहिर भोज प्रतिहार
Samrat mihir bhoj pratihar सम्राट मिहिर भोज प्रतिहार परिहार पड़िहार पढ़ीहार राजपूत राजपुताना वीर योद्धा Parihar padhihar padihar Rajput rajputana veer yoddha PNG Logo hd picture By @GSmoothali गंगासिंह मूठली
था सूर्य चमकता राजपूतो का,
घनघोर बदरिया डरती थी।
था शेर गरजता सीमाओ पर,
बिजली भी आहे भरती थी।
है खून वही उन नब्जों मे,
फिर क्यो वर्षो से सोते हो।
लूटा है चंद सियारो ने,
फिर क्यो इन्हे मौका देते हो।
अब चीर दो सीना काफिर के,
तलवार वही पुरानी है।
रक्षक हो तुम इस भारत के,
ललकार रही भवानी है।
जय राजपुताना
गंगासिंह मूठली
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